क्त्वा प्रत्यय संस्कृत | क्त्वा प्रत्यय के उदाहरण | KTVA Pratyay In Sanskrit

क्त्वा प्रत्यय संस्कृत | क्त्वा प्रत्यय के उदाहरण | KTVA Pratyay In Sanskrit

आज के इस पाठ में हम क्त्वा प्रत्यय पढने जा रहे हैं। आइये समझते हैं। क्त्वा प्रत्यय को बहुत आसानी से।

क्त्वा प्रत्यय क्या है?

किसी वाक्य में जब दो क्रियाए होती हैं। एक क्रिया के पूरे हो जाने पर दूसरी क्रिया शुरु होती है तो पहली वाली क्रिया को पूर्वकालिकक्रिया कहते हैं। इस पूर्वकालिक क्रिया को बताने के लिये संस्कृत में धातु से क्त्वा प्रत्यय लगाया जाता है।

जैसै- राम पुस्तक पढकर सो गया। (रामः पुस्तकं पठित्वा अस्वपत्) इस वाक्य में दो क्रियाएँ हैं। पहले राम ने पुस्तक पढी, फिर सो गया। पूर्व वाली क्रिया को बताने के लिए क्त्वा प्रत्यय (पठित्वा) लगाया गया। इसी प्रकार अन्य धातुओं से भी क्त्वा प्रत्यय लगाकर रूप बनाए जाते हैं। 

पठित्वा

पढकर

खादित्वा

खाकर

हसित्वा

हँसकर

लिखित्वा

लिखकर

धावित्वा

दौडकर

खेलित्वा

खेलकर

रक्षित्वा

रक्षा कर

भ्रमित्वा

घूमकर


कथयित्वा

कहकर

गत्वा

जाकर

कृत्वा

करके

तीर्त्वा

तैरकर

पक्त्वा

पका कर

त्यक्त्वा

त्याग कर

धृत्वा

पहनकर

पृष्ट्वा

पूछकर

दत्वा

देकर

पीत्वा

पीकर

गीत्वा

गाकर

ज्ञात्वा

जानकर

घ्रात्वा

सूँघकर

स्मृत्वा

यादकर

श्रुत्वा

सुनकर

ध्यात्वा

ध्यान कर



भूत्वा

होकर

नीत्वा

ले जाकर

स्पृष्ट्वा

स्पर्श कर

चोरयित्वा

चोर कर

स्वपित्वा

सोकर

स्थित्वा

रहकर, स्थित होकर

जागरित्वा

जागकर

पूजयित्वा

पूजकर



क्त्वा प्रत्यय के उदाहरण / KTVA Pratyay Ke Example

रामः पुस्तकं पठित्वा स्वपति। (राम पुस्तक पठकर सोता है।)

सीता पठित्वा स्मरति।       (सीता पढकर याद करती है।)

पुस्तकं पठित्वा आगच्छतु। (पुस्तक पढकर यहाँ आओ)

कृष्णः प्रश्नं पठित्वा उत्तरं वदति। (कृष्ण प्रश्न पढकर उत्तर बोलता है।)

रामः खादित्वा भ्रमति। (राम भोजन करके घूमता है।)

सीता खादित्वा जलं पिबति।   (सीता खाना खाकर पानी पीती है।)

अहं क्षीरं खादित्वा विद्यालयं गच्छामि। (मैं खीर खाकर विद्यालय जाता हूँ।)

 

कृष्णं कार्यं कृत्वा गृहं गच्छति। (कृष्ण काम करके घर जाता है।)

राधा नृत्यं कृत्वा कृष्णं पश्यति।       (राधा नृत्य करके कृष्ण को देखती है।)

अहम् अल्पाहारं कृत्वा आगच्छामि। (मैं नाश्ता करके आ रहा हूँ।)

रमेशः गृहं गत्वा भोजनं करोति।       (रमेश घर जाकर भोजन करता है।)

रमा विद्यालयं गत्वा संस्कृतं पठति।   (रमा स्कूल जाकर संस्कृत पढती है।)

अहं विपणिं गत्वा फलानि क्रीणामि। (मैं बाजार जाकर फल खरीदता हूँ।)

 

लता हास्यकथां श्रुत्वा उच्चैः हसति।    (लता हास्यकथा सुनकर जोर से हँसती है।)

गोपालः गीतं श्रुत्वा नृत्यति।   (गोपाल गाना सुनकर नाचता है।)

अहं कथां श्रुत्वा स्वपिमि। (मैं कथा सुनकर सोता हूँ।)

रामः खेलित्वा स्नाति। (राम खेलकर नहाता है।)

अहं खेलित्वा गृहं गच्छामि।   (मैं खेलकर घर जाती हूँ।)

चतुरंगं खेलित्वा आनन्दः भवति। (शतरंज खेलकर आनन्द आता है।)

जलं पीत्वा आगच्छतु। (पानी पीकर आओ।)

अहं चायं पीत्वा रोटिकां खादामि।      (मैं चाय पीकर रोटी खाता हूँ।)

रामः इक्षुरसं पीत्वा गृहं गच्छति       (राम गन्ने का जूस पीकर घर जाता है।)

 


Post a Comment

0 Comments