5-5 हजार में बेचा गया था UGC NET का पेपर | Telegram पर मिले पेपर बेचने के स्क्रीनशाॅट

5-5 हजार में बेचा गया था UGC NET का पेपर | Telegram पर मिले पेपर बेचने के स्क्रीनशाॅट

हाल ही में इस वर्ष 2024 को हुई यूजीसी नेट परीक्षा का विवाद सुर्खियों में है। इस वर्ष एक ओर जहां NEET परीक्षा में NTA द्वारा घोटाला किये जाने का मामला सामने आया तो वहीं नीट परीक्षा के बाद अब यूजीसी नेट परीक्षा में भी पेपर लीक होने की बात सामने आ रही है। इसी वजह से यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द करवा दिया गया। 


सोशल मीडिया पर यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने को लेकर तरह-तरह की न्यूज़ वायरल हो रही है। जैसे कि आप जानते ही होंगे इस वर्ष 2024 में यूजीसी नेट परीक्षा जून में आयोजित की गई थी। लेकिन इस परीक्षा को पेपर लीक आदि विवादों के चलते अगले दिन रद्द करवा दिया। 

यहां पर सबसे बड़ी खबर यह आ रही है कि यूजीसी नेट का पेपर ₹5000 में बिकाया जा रहा था। वैसे तो यूजीसी नेट पेपर के लीक होने वाला यह विवाद सीबीआई को सौंप दिया गया है और इसके लिए एक विशेष टीम का भी गठन किया गया है। लेकिन हाल ही में इंटरनेट पर टेलीग्राम के द्वारा यूजीसी नेट पेपर को बेचने के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं। 

जी हां, रिपोर्ट से पता चला है कि यूजीसी नेट पेपर को टेलीग्राम पर 5 हजार रुपये में Sell किया जा रहा था। जानकारी के मुताबिक यह भी पता चला है कि NTA के अधिकारी 10- 10 हजार के लिए यूजीसी नेट का पेपर बेच रहे थे। यह सारी घटनाएं यूजीसी नेट परीक्षा से पहले हो रही थी। जिसके बहुत सारे प्रमाण इंटरनेट पर मिल चुके हैं। 


बताया जा रहा है कि यूजीसी नेट पेपर मुख्य रूप से टेलीग्राम पर ही बेचे जा रहे थे। वैसे तो पेपर बेचने की यह सारी जानकारी स्क्रीनशॉट के साथ में शिक्षा मंत्रालय को भेज दी गई है। अब सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि NTA के इस रुतबे को देखकर न जाने कितने सारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. वास्तव में यह हमारा दुर्भाग्य है कि आज भारत में शिक्षा की ऐसी दयनीय स्थिति आ चुकी है। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूजीसी नेट परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अर्थात यूजीसी के द्वारा करवाई जाती है. नेट परीक्षा का मतलब होता है- राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा, जो कि उच्च स्तरीय शिक्षा में जाने के लिए एक विशेष पात्रता परीक्षा होती है। 


जिसको पास करने के बाद अभ्यर्थी किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में सहायक प्राध्यापक अर्थात असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में Job प्राप्त कर सकता है। यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है जो लगभग जून एवं दिसंबर महीने में होती है. इस परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर अभ्यर्थी नामांकित होते हैं एवं अपनी मेहनत एवं लगन के बल पर परीक्षा पास करते हैं। 

5-5 हजार में बेचा गया था UGC NET का पेपर | Telegram पर मिले पेपर बेचने के स्क्रीनशाॅट
फोटो साभार: दैनिक जागरण

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस परीक्षा को विगत कई वर्षों से NTA अर्थात नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नाम की संस्था आयोजित करवा रही है. जो कि एक सरकारी संस्था है। इसी संस्था के द्वारा नीट की परीक्षा भी आयोजित की जाती है। इसी वर्ष नीट परीक्षा में भी बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यह बात सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुकी है। 


नीट परीक्षा के बाद नेट परीक्षा में भी यह एक नया विवाद सामने आ चुका है। इससे NTA पर बहुत सारे सवाल खड़े होते हैं. वास्तव में NTA लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खेल रहा है. हमें लगता है ऐसी स्थिति में NTA को बंद कर देना चाहिए और NTA संस्था में मौजूद भ्रष्टाचारी कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे इनको उचित दंड मिल सके. 

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