भागवत कथा का मुहूर्त 2023 यहां देखें | श्रीमद् भागवत कथा कब करनी चाहिए?

क्या आप भागवत कथा करवाना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि इस वर्ष शुभ मुहूर्त कब है? तो आइए, आपका स्वागत है। यहाँ हम आपको 2023 में भागवत कथा का मुहूर्त बता रहे हैं। 

आपको श्रीमद् भागवत कथा कब करनी चाहिए?, श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करवाने के लिए क्या क्या चाहिए, श्रीमद्भागवत कथा करवाने में कुल कितना खर्चा आता है- इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं। 

अतः यदि आप भी श्रीमद्भागवत कथा करवाने के इच्छुक हैं तो यहाँ दी गयी जानकारी आपके लिए अत्यन्त उपयोगी है। 

भागवत कथा का मुहूर्त 2023 / Bhagwat Katha Muhurta 

2023 इस वर्ष श्रीमद्भागवत कथा करवाने के लिए आषाढ, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, मार्गशीर्ष, अधिकमास, पितृपक्ष शुभ माना जाता है। हालांकि, आप किसी भी महीने में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कर सकते हैं। 

उसके लिए आप आप हमसे सम्पर्क भी‌ कर सकते हैं। हमारे ज्योतिषाचार्य आपको किसी भी महीने में शुभ मुहूर्त बता देंगे। आप 2023 में जून, जुलाई, अगस्त, सितम्बर आदि किसी भी महीने में कथा करवा सकते हैं। 

कम से कम खर्चे में भागवत कथा करवाने के लिए अभी हमसे सम्पर्क करें व श्रीधाम वृन्दावन के श्रेष्ठ कथावाचकों द्वारा कथा श्रवण का लाभ प्राप्त करें। अभी कथा के बारें में सम्पर्क करने हेतु व्हाटसप मैसेज करें- WhatsApp Now


श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन

साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा आयोजन करने के लिए आपको सबसे पहले मुहूर्त देखना होगा। उसके लिए आप हमसे सम्पर्क कर सकते हैं। 

आप जिस भी महीने में भागवत कथा का आयोजन करवाना चाहते हैं, हमें बता सकते हैं। उसके बाद आपको‌ देरी नहीं करनी चाहिए। इस पुण्य अनुष्ठान को शीघ्र ही पूर्ण कर देना चाहिए। 


श्रीमद् भागवत कथा पूजन सामग्री

यदि आप भागवत कथा की पूजन सामग्री के बारे में जानना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें- भागवत कथा पूजन सामग्री


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गुप्त भागवत कथा / Gupta Bhagwat Katha

जिस तरह से भागवत कथा होती है, ठीक उसी तरह से गुप्त भागवत कथा भी होती है। इसमें श्रीमद्भागवत ग्रंथ का सात दिन तक मूल पाठ होता है। ठाकुर जी का पूजन एवं समस्त पित्रों का पूजन, तर्पण आदि किया जाता है। 

कहा जाता है कि श्रीमद्भागवत कथा का मूल पाठ करने से पित्र देवता शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। सभी‌ प्रकार के पितृ दोषों से मुक्ति मिल जाती है। 


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