मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र, Mansik Tanav Se Mukti Ke Upay- Mantra, Totake, टोटके
क्या आप भी मानसिक तनाव की समस्या से ग्रसित हैं तो अब आपको चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। यहाँ हम आपको मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र बता रहे हैं।
अतः इस आर्टिकल में बताई गयी एक बात को ध्यानपूर्वक पढें। आइये, जानते हैं- मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र, Mansik Tanav Se Mukti Ke Upay- Mantra,
मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र
प्राचीन सनानतन धर्म में विभिन्न रोगों के लिए आयुर्वेद, ज्योतिष, तंत्र, मंत्र आदि विभिन्न तरह के उपचार बताए गये हैं।
आजकल मानसिक तनाव एक आम बीमारी सी बन चुकी है। यहाँ हम आपको मानसिक तनाव से मुक्ति यानि छुटकारा पाने के लिए कुछ अचूक मंत्र बता रहे हैं।
सनातन मंत्र विधि अत्यन्त प्रभावी एवं चमत्कारी है। विशेष रूप से सभी प्रकार की मानसिक व्याधियों के लिए यह एक अचूक औषधि समान है।
मंत्र विज्ञान एवं सनातन धर्म के मंत्र ग्रंथों में मानसिक रोगों को दूर करने हेतु ढेर सारे अलग-अलग चमत्कारी मंत्र हैं।
यहाँ हम आपको मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र बता रहे हैं। एक ऐसा मंत्र जिससे आप जल्द ही अपने मानसिक रोग या तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।
बशर्ते आपको मंत्र के जाप करते समय इसके नियमों का भी ध्यान रखना है। आइये जानते हैं मानसिक रोगों से छुटकारा दिलाने वाले कुछ विशेष चमत्कारी मंत्रों के बारे में
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Click- घबराहट और डर को खत्म करने का मंत्र
Click- राहु को शान्त व खुश करने के उपाय
Click- ब्लड प्रेशर को कम करने का मंत्र
Click- शाम को शिवलिंग पर जल चढाये या नहीं?
मनो-गायत्री मंत्र- मानसिक तनाव का सबसे अचूक मंत्र
ब्रह्माण्ड के सभी मंत्रों में शीर्षस्थान रखने वाला मंत्र गायत्री मंत्र ही है। गायत्री मंत्र विभिन्न प्रकार के होते हैं। तथापि मूलतः गायत्री मंत्र एक ही है, जिसके अनेक विभेद किए गये हैं। इस बात में छोटा से छोटा बिंदु मात्र का सन्देह भी नहीं है कि गायत्री मंत्र से हर प्रकार की मानसिक पीडा़ दूर हो जाती है।
गायत्री मंत्र मूलतः हमारी बुद्धि पर सत्प्रभाव डालता है। सभी मानसिक रोग तभी होते हैं जब मानव की बुद्धि कमजोर हो जाती है और मन हावी, बलवान मजबूत हो जाता है।
गायत्री मंत्र मानव की बुद्धि को Purify & Strong बनाने का विशेष कार्य करता है। यदि किसी व्यक्ति की बुद्धि निर्मल, विमल, शुद्ध, उर्जान्वित (Powerful) हो जाए तो इसका सीधा मतलब है कि उस व्यक्ति पर मन किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं कर सकता है। मन का स्वभाव है भागना, चंचलता।
मन एक क्षण भर भी किसी एक विषय पर नहीं टिक सकता। जिसके कारण मन ही मानसिक अशांति का जन्मदाता बनता है। यदि बुद्धि पवित्र व शक्ति से युक्त है तो चंचल मन को स्थिर व शांत किया जा सकता है।
मन शांत होने ने आपके सभी मानसिक रोग दूर हो जाते हैं। इसी विशेष कार्य को गायत्री मंत्र विशेष रूप से संचालित करता है। अतः गायत्री मंत्र सभी प्रकार के मानसिक रोगों को दूर कर सकता है।
हालांकि यहाँ हम आपको गायत्री मंत्र के अलावा मानसिक रोग या मानसिक तनाव से मुक्ति पाने का शाबर मंत्र, बंगाली मंत्र आदि अन्य मंत्र भी बता रहे हैं लेकिन सबसे पहले मानसिक तनाव को दूर करने के लिए गायत्री मंत्र की जानकारी दे रहे हैं।
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मानसिक तनाव हेतु अचूक गायत्री मंत्र
यहाँ शुद्ध संस्कृत गायत्री मंत्र दिया गया है। ध्यान रहे, यदि आप किसी भी मंत्र का जप करें तो संस्कृत में ही उच्चारण करें व शुद्ध पाठ करें तभी वह चमत्कार दिखाएगा।
गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवस्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।।
गायत्री मंत्र जपने से पहले जान लें ये १० नियम
जब भी आप गायत्री मंत्र का जाप करें, उससे पहले आपको गायत्री मंत्र के नियम जरूर जानने चाहिए। गायत्री मंत्र के कुछ विशेष नियम निम्न हैं।
गायत्री मंत्र का अशुद्ध उच्चारण बिल्कुल न करें।
गायत्री मंत्र जपने से पूर्व अपनी बाह्य व आभ्यन्तर दोनों शुचि यानि पवित्रता अवश्य रखें।
विशेष सिद्धि हेतु बिना दीक्षा लिए गायत्री मंत्र का जाप न करें।
गायत्री मंत्र नग्न भूमि पर नहीं जपना चाहिए अर्थात् बिना आसन बिछाए गायत्री मंत्र का जाप न करें।
गायत्री मंत्र के जाप में उपांशु जप से ज्यादा बेहतर मानसिक जप श्रेष्ठ होता है। अर्थात् मन से एकाग्रतापूर्वक गायत्री मंत्र का जाप करें।
यदि आप गायत्री मंत्र के द्वारा मानसिक रोग या तनाव/डिप्रेशन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो उपरोक्त बताए गये नियमों का ध्यान अवश्य रखें। अन्य सामान्य व साधारण असरदार मंत्रों की जानकारी आगे दी जा रही है।
मानसिक शांति हेतु सरल मंत्र
कुछ विशेष अचूक सरल मंत्र, जिनसे मानसिक शान्ति के साथ साथ अन्य विभिन्न रोग भी दूर हो सकते हैं। इन्हें आप सरलतापूर्वक जप सकते हैं।
- ॐ श्रीमन्नारायणाय नमः मनसा शान्तिं देहि मे।
- ॐ श्रीधन्वन्तरये विश्वायुर्वेदप्रदात्रे नमस्तुभ्यम्।
- ॐ श्रीसदश्विनिभ्यां नमः।।
- ॐ श्रीश्रीगणाधिपतये नमः।
- ॐ श्रीमनोधिपतये चन्द्रमसे नमः।
- ॐ श्रीश्रीचन्द्रशेखराय साम्बसदादसिवाय नमः।
उपर्युक्त बताए गये मंत्र सभी प्रकार के आधि व्याधि को समूल सर्वदा के लिए खत्म करने में सक्षम हैं। इन मंत्रों का जाप करने में आपको नित्य अनुष्ठेय नियमों का पालन करना चाहिए। जैसे कि
- शौच स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
- शुद्ध आसन पर ही बैठें।
- प्लास्टिक की चटाई पर न बैठें।
- अपने सम्मुख भगवान नारायण को धूप अवश्य दिखाएं।
- हो सके तो फूल पिठाई, नैवेद्य आदि भी अवश्य अर्पित करें।
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मानसिक शांति कौन सा मंत्र देता है?
यदि आपके मन में यह सवाल है कि मानसिक शांति कौन सा मंत्र देता है यानि किस मंत्र से अशान्त मन शान्त हो सकता है तो चिन्ता न कीजिये। हम आपको बता रहे हैं।
जैसे कि हमने ऊपर अभी तक मानसिक शांति हेतु गायत्री मंत्र के प्रभाव के विषय में बताया। वैसे तो भगवान नारायण एवं श्रीलक्ष्मी जी के मंत्र विशेष प्रकार की मानसिक शांति प्रदान करते हैं।
तथापि विशेष प्रभाव व शीघ्र फल पाने के लिए आप हनुमान जी के मानस कवच मंत्र, वेदान्त ब्रह्मसूत्र के मनोमय सूत्रात्मक मंत्र, शिवगायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं। कौन सा मंत्र तनाव कम करता है? यह आप जान चुके हैं। अब जानते हैं-
कौन सा ग्रह मानसिक तनाव देता है?
यह सवाल बहुत से लोगों के मन में रहता है कि किस ग्रह की वजह से मानसिक तनाव होता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो मानसिक अशान्ति मुख्यतः दो ग्रहों की वजह से होती है।
एक चन्द्रमा एवं दूसरा राहु ग्रह। चन्द्रमा मन का कारक ग्रह माना जाता है। मन का स्वामी होता है। जिन लोगों की कुंडली (Horoscope) में चन्द्रमा कमजोर होता है या चन्द्र ग्रह मारकेश की दशा में बैठा रहता है।
उनको मानसिक विकारों से सम्बंधित किसी भी प्रकार की बीमारी हो सकती है। इसमें मानसिक तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी एवं अन्य मानसिक व्याधियां भी शामिल हैं।
अतः ऐंसे में मानसिक तनाव का कारण चन्द्रमा ग्रह हो जाता है। इसके अलावा राहु ग्रह के बली होने पर भी व्यक्ति मानसिक रोग से दुःखी हो सकता है।
विशेष परिस्थितियों में जातक की कुंडली में अन्य ग्रहों के दुष्प्रभावी योगों द्वारा भी इस प्रकार की समस्या हो सकती है। जैसे कि कुंडली में कालसर्प दोष होना, पितृदोष होना, नागदोष होना, राहु दोष होना आदि मानसिक रोगों का कारण बनते हैं।
मंत्र द्वारा मानसिक रोग कितने दिन में ठीक होता है?
यदि आप मंत्र जाप के द्वारा मानसिक शांति का उपाय करते हैं तो इसमें आपको एक निश्चित समयानुसार विशेष सफलता मिल सकती है। बशर्ते आपको मंत्र जाप नियमपूर्वक ही करना होगा।
नियमपूर्वक मंत्र जाप द्वारा किसी भी प्रकार का मानसिक रोग, मानसिक पीड़ा लगभग एक महीने के भीतर ही खत्म होने लग जाएगी। हां इसके लिए आपको नियमों का ध्यान रखना जरूरी है।
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मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के उपाय
मानसिक तनाव से छुटकारा या राहत पाने के लिए मंत्र के अतिरिक्त भी ढेर सारे सफल Upay हैं। जैसें कि मानसिक रोगों से छुटकारा पाने के लिए
- आयुर्वेदिक औषधीय उपाय
- पारिवारिक क्लेश शान्ति पूजन द्वारा
- मानसिक क्लेशशामक अनुष्ठान
- अथर्ववेदीय उपाय (Atharvaveda's Remedies)
उपरोक्त Uapyo के अलावा भी मानसिक शान्ति हेतु ढेर सारे अन्य उपाय हैं, परन्तु उपरोक्त बताए गये उपाय उन सभी उपायों में से काफी कारगर हैं।
मानसिक रोग दूर करने के टोटके
हिंदू धर्म के विशद विशाल मंत्र तंत्र साहित्य में मानसिक रोग को खत्म करने के ढेर सारे अलग अलग टोटके बताए जाते हैं। उनमें से बंगाल के टोटके, मानसिक रोगों के उपचार हेतु शाबर मंत्र के टोटके, यांत्रिक व अथर्ववेद के आभिचारिक टोटके उपाय विशेष असरदार हैं।
प्रिय पाठकों, भारत की नम्बर वन हिंदी संस्कृत धार्मिक वेबसाइट SanskritExam.Com पर यहाँ मानसिक तनाव से मुक्ति का अचूक मंत्र, Mansik Tanav Se Mukti Ke Upay- Mantra, मानसिक शान्ति कौन सा मंत्र देता है- इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी।
अन्य चमत्कारिक एवं मानसिक शान्ति हेतु विशेष चमत्कारी मंत्रों के बारें में जानने के लिए आप इस वेबसाइट के मेनूबार में अवश्य जाएं। यदि आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप नीचे कमेंट में बेझिझक पूछ सकते हैं।
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