क्या आप भी हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं या फिर हनुमान चालीसा के पाठ का संकल्प लेना चाहते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहते हैं तो आपको हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम जरूर पता होने चाहिए।
जी हां, हनुमान चालीसा पाठ करने के बहुत सारे फायदे हैं लेकिन हनुमान चालीसा का पाठ कैसे किया जाता है, हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?......
हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?, हनुमान चालीसा पढ़ने का सही तरीका क्या है? इत्यादि हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम (Hanuman Chalisa Padhne Ke Niyam) हम आपको यहां बता रहे हैं।
जी हां, हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले आप हनुमान चालीसा के विषय में कुछ महत्वपूर्ण बातें एवं नियमों का ध्यान अवश्य रखें। आज के इस आर्टिकल में बताए जाने वाले हनुमान चालीसा पढ़ने के नियमों के बारे में ध्यानपूर्वक पढ़ें
व यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो आज से ही इन नियमों को अपने दैनंदिन पाठ में शामिल करें। इससे आपको हनुमान चालीसा पाठ के शीघ्र ही अनोखे चमत्कार एवं फायदे देखने को मिलेंगे।
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हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम (Hanuman Chalisa Padhne Ke Niyam)
यदि आप भी हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो पाठ करने से पहले नीचे बताए गए नियमों का विशेष रूप से ध्यान रखें। अन्यथा हनुमान चालीसा का पाठ करना विशेष फलदायक नहीं हो पाएगा। अतः नीचे बताए गए हनुमान चालीसा पाठ के नियमों का ध्यान अवश्य रखें।
सही समय का चयन करें
अक्सर लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं लेकिन सही समय का चुनाव नहीं करते हैं। हम जो भी कार्य करते हैं। हमें अपने समय को व्यवस्थित जरूर करना चाहिए।
हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा सुबह या शाम को ही करें चाहे तो दोनों टाइम कर सकते हैं और अत्यधिक भक्ति है तो दिन में भी कर सकते हैं लेकिन यह डेली रूटीन बनाकर ही करें।
इस दिन पाठ करें
हनुमान चालीसा पाठ करने के दौरान इस नियम का भी विशेष ध्यान रखें कि आप रोजाना पाठ करते हैं या फिर किसी भी दिन मनमर्जी से पाठ करते हैं।
धर्म शास्त्र के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार एवं शनिवार के दिन विशेष फलदायक माना जाता है।
यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ किसी विशेष उद्देश्य से कर रहे हैं तो आप मंगलवार व शनिवार के दिन रोजाना सही समय पर पाठ अवश्य करें।
इस नियम का पालन करने से आपको शीघ्र ही हनुमान चालीसा अद्भुत अनोखे फायदे मिलेंगे।
स्वच्छता एवं सज्जा
चाहे आप हनुमान चालीसा का पाठ करें या फिर किसी भी प्रकार की अन्य पूजा।
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि जहां पर आप हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहे हैं।
उस स्थान को पाठ करने से पहले रोजाना स्वच्छ करें। वहां पर अच्छे से सजावट करें एवं सुगंधित द्रव्य धूप आदि अवश्य रखें।
ध्यान व आवाहन
पाठ करने से पहले इस नियम का विशेष ध्यान रखें कि भगवान हनुमान जी का आवाहन एवं उनसे पहले श्री गणेश सहित राम सीता जोकि भगवान हनुमान के परम आराध्य हैं।
उनका ध्यान अवश्य करें। फूल पुष्प आदि के द्वारा यथाशक्ति यथा भक्ति हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले अपने अभीष्ट देवताओं का स्मरण एवं हनुमान जी को पुष्पादि अर्पित जरूर करें।
आरती एवं पुष्पांजलि
हनुमान चालीसा पाठ के नियम के अंतर्गत यह भी आपको ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान चालीसा पाठ के दौरान कोशिश करें कि आरती एवं पुष्पांजलि भी इसमें समायोजित करें।
यदि आपके पास समय नहीं है तो आप तब भी आरती को सूक्ष्म रूप से कर सकते हैं। इसके लिए आप कर्पूर आदि सुगंधित द्रव्यों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पाठ के अंत में समर्पण
जब आप हनुमान चालीसा का पाठ करें तो उसके बाद इस बात का भी ध्यान रखें कि अपने पाठ को भगवान के श्री चरणों में समर्पित कर दें।
वैसे तो समर्पण की एक विशेष विधि भी होती है जो कि नित्यकर्म कर्मकांड के विधान में आती है।
लेकिन आप सामान्य रूप से मानसिक भाव से भगवान हनुमान जी को व श्री राम सपरिवार सहित को अपने हनुमान चालीसा एवं स्वयं का समर्पण करते हुए परमात्मा से उनके अनुग्रह की कामना आदि कर सकते हैं।
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हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?
जवाब हनुमान चालीसा का पाठ पूर्ण कर लेते हैं तो उसके बाद भी आपको कुछ नियमों का विशेष ध्यान रखना है।
- आपको अपनी दैनिक दिनचर्या में भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- हनुमान चालीसा पाठ करने के बाद उस दिन मांसाहार बिल्कुल भी ग्रहण न करें।
- किसी भी प्रकार का मीट मांस, अंडे का सेवन ना करें।
- विशेष रूप से शनिवार एवं मंगलवार को बिल्कुल भी ना खाएं।
- हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद किसी को भी अपशब्द न बोलें।
- किसी के साथ लड़ाई झगड़ा ना करें जिससे कि किसी व्यक्ति की आत्मा दुखे और वह आपके साथ लड़ाई करे या आंतरिक मन से आपके बारे में कुछ बुरा सोचे।
यह आपके हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता। हनुमान चालीसा पाठ से जुड़ी कुछ अन्य बातें नीचे बताई गई है। इनको भी विशेष ध्यान पूर्वक देखें।
हनुमान चालीसा पढ़ने का सही तरीका क्या है?
हनुमान चालीसा पाठ के नियम के अंतर्गत यह भी विशेष ज्ञातव्य है कि हनुमान चालीसा पाठ पढ़ने के लिए आपको सही तरीके का इस्तेमाल करना चाहिए।
जैसे कि आपको हनुमान चालीसा शुद्ध पढ़नी चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि आप हनुमान चालीसा का शुद्ध पीडीएफ या पुस्तक खरीदें। जिसमें स्पष्ट एवं तुलसीदास कृत हनुमान चालीसा लिखी हो।
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हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
हनुमान चालीसा पाठ करने के दौरान आपको किन किन सावधानियों का ध्यान रखना है। वह हमने आपको पहले ही हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम के पैराग्राफ में ऊपर बता दिया है।
उपरोक्त बताए गए सभी नियमों का ध्यान रखें। यही विशेष एवं सामान्य छोटी-छोटी सावधानियां है जो आपके हनुमान चालीसा पाठ को बेहतरीन फलदायक बनाती हैं। किसी अन्य चालीसा पाठ में भी उपरोक्त सभी नियमों का ध्यान रखें।
प्रिय पाठकों, हनुमान चालीसा पढ़ने के वैसे तो बहुत सारे नियम है लेकिन कुछ संक्षेप में साधारण रूप से यहां हमने आपको हनुमान चालीसा पढ़ने के कुछ विशेष आमतौर पर एक सामान्य मानव के लिए सर्वाधिक उपयुक्त नियम बताए हैं।
उपरोक्त बताए गए हनुमान चालीसा पढने के नियमों का ध्यान अवश्य रखें। इसके अलावा यदि आपका किसी भी प्रकार का सवाल हो तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं।
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