जगन्नाथ का संधि विच्छेद | कौन सी संधि- जानें पूरी प्रक्रिया | प्रश्नोत्तरी- जय जगन्नाथ | जगन्नाथ का संधि विच्छेद का संधि का नाम लिखिए | Jagannath Ka Sandhi Vichchhed Kijiye
प्रिय पाठक प्रेमियों, आप सभी का भारत की नंबर वन इस संस्कृत वेबसाइट SanskritExam.Com में स्वागत है। आज का सवाल उड़ीसा के भुवनेश्वर जिले से सुश्री सुमन शर्मा द्वारा पूछा गया है।
सवाल यह है कि जगन्नाथ का संधि विच्छेद क्या होगा? यही सवाल हमको अन्य बहुत सारे दर्शकों ने भी पूजा है। उड़ीसा से श्री सुमन शर्मा द्वारा पूछा गया सवाल कुछ इस प्रकार है।
सर मैं आपको प्रणाम करती हूँ। मेरा नाम सुमन शर्मा है। मैं उड़ीसा की रहने वाली हूं और आपकी और SanskritExam.Com वेबसाइट व आपके सभी सोशल मीडिया अकाउंट पर आपकी बहुत बड़ी फैन हूँ।
सर प्लीज मेरा यह सवाल है कि जगन्नाथ का संधि विच्छेद क्या होगा अर्थात जगन्नाथ में कौन सी संधि है। कृपया कर मुझे अपनी सरल शैली में उत्तर देने एवं समझाने की कृपा करें। मैं आपकी अति आभारी रहूंगी। धन्यवाद।
उत्तर- प्रिय सुमन शर्मा जी, आपके द्वारा पूछा गया सवाल बहुत ही रोचक है। विशेष बात तो यह है कि आपने यह सवाल आज भगवान जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा के दिन पूछा है, जिससे मन बड़ा प्रफुल्लित हो रहा है।
हम आपको यहां संक्षेप एवं विस्तार दोनों तरीके से आपके सवाल- जगन्नाथ में कौनसी संधि है, जगन्नाथ का का संधि विच्छेद क्या है (Jagannath Ka Sandhi Vichchhed) इसकी पूरी जानकारी दे रहे हैं। आइए जानते हैं
जगन्नाथ में कौन सी संधि है / Jagannath Mein Kaun Sandhi Hai
संधि विषयक सवाल विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। जगन्नाथ शब्द में संधि बताने से पहले हमें भगवान जगन्नाथ का वंदन करना चाहिए। जगन्नाथ शब्द 2 पदों से मिलकर बना है जो कि देखने से ही स्पष्ट हो जाता है। जगत+ नाथ।
जब संधि की बात की जाती है तो संधि का मतलब होता है- संयुक्त पद और विच्छेद का मतलब- विमुक्त पद । जगन्नाथ यह पूरा एक शब्द है जो संधि से युक्त है. इस जगन्नाथ शब्द में व्यंजन संधि है.
व्यंजन संधि के अंतर्गत संस्कृत व्याकरण में "यरोsनुनासिकेsनुनासिको वा" इस पाणिनि सूत्र के द्वारा जगत शब्द के 'त' को 'न' हो जाता है और पूरा संधि से युक्त पद बनता है- जगन्नाथ। ऐसे ही कुछ अन्य शब्द जगन्नायक, जगन्नेत्र आदि भी इसी व्यंजन संधि से से बनते हैं।
जगन्नाथ का संधि विच्छेद
जब हम किसी भी शब्द में संधि विच्छेद की बात करते हैं तो तब हमें 2 पदों को अलग करना होता है। उसे ही संधि का विच्छेद कहा जाता है। ठीक उसी प्रकार से जगन्नाथ शब्द में भी दो पदों को अलग करने पर जगन्नाथ का संधि विच्छेद बनता है। जगन्नाथ का संधि विच्छेद पहले ही हमने ऊपर बता दिया है जो कि इस प्रकार है- जगत् + नाथ
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जगन्नाथ शब्द का अर्थ क्या है / Jagannath Ka Shabdik Arth Kya Hai
आइए अब आपको यह जान लेना चाहिए कि जगन्नाथ शब्द का अर्थ क्या है एक शब्द के बहुत सारे अर्थ होते हैं जगत नाथ का शाब्दिक अर्थ जगत का स्वामी होता है। जगत का मतलब संसार होता है और नाथ का मतलब स्वामी होता है इस प्रकार जगन्नाथ शब्द का पूरा अर्थ होता है जगत के स्वामी जगत के पालक ।
समास करने पर जगन्नाथ शब्द भगवान नारायण का पर्यायवाची शब्द बनता है। इस प्रकार जगन्नाथ शब्द का पूरा अर्थ हुआ जगत के पालक जगत के स्वामी भगवान श्री नारायण। भगवान नारायण के रूप में उड़ीसा स्थित जगन्नाथ धाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। नीचे कमेंट में जय जगन्नाथ लिखना बिल्कुल न भूलें।
प्रिय सुश्री सुमन शर्मा जी, आपके द्वारा पूछे गए सवाल जगन्नाथ में कौन सा संधि है, जगन्नाथ का संधि विच्छेद क्या है इसकी पूरी जानकारी दी गई है। SanskritExam. Com की ओर से आपका हार्दिक धन्यवाद।
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आज के इस आर्टिकल में जगन्नाथ शब्द में कौन सा संधि है (Jagannath Ka Sandhi Vichchhed) जगन्नाथ शब्द के संधि विच्छेद के बारे में स्पष्ट रूप से बताया गया। विभिन्न हिंदी व्याकरण के नोट्स एवं संस्कृत व्याकरण के नोट्स तथा सनातन संस्कृत ग्रंथों की रोचक सामग्री पढ़ने के लिए इस वेबसाइट के मेनूबार या होमपेज में में जाएं। धन्यवाद।
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