पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए- जानिए रहस्य
हर पति पत्नी की इच्छा होती है कि उनको एक पुत्र की प्राप्ति हो। पुत्र की प्राप्ति को लेकर प्राचीन काल से ही एक विशेष इच्छा रही है। पुत्र होने के बहुत सारे फायदे होते हैं।
पुत्र ही वंश को आगे बढ़ाता है एवं आगे चलकर के एक सुपुत्र अपने माता-पिता का सहारा बनता है। अतः पुत्र की कामना हर पति पत्नी की होती है। पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए एवं वास्तु शास्त्र के अनुसार पुत्र प्राप्ति के लिए क्या-क्या नियम हैं।
वात्स्यायन ने पुत्र प्राप्ति के लिए क्या-क्या उपाय बताए हैं इन सभी बातों की चर्चा आज हम करने जा रहे हैं। यदि आप भी पुत्र प्राप्ति को लेकर चिंतित हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी उपयोगी होगा।
हम आपको पुत्र प्राप्ति से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी यहां प्रदान कर रहे हैं। विशेष रूप से पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए एवं पुत्र प्राप्ति के उपाय क्या हैं। इन सभी बातों की चर्चा हम करने जा रहे हैं।
पुत्र प्राप्ति के उपाय- Putra Prapti Ke Upay
यदि किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो उसका समाधान भी जरूर होता है। पुत्र ना होने की समस्या का भी समाधान है। यदि किसी को पुत्र की प्राप्ति नहीं हो रही हो तो इसके लिए विभिन्न प्रकार के उपाय हैं।
पुत्र प्राप्ति के लिए विशेष अनुष्ठान किए जा सकते हैं। पुत्र प्राप्ति के लिए ज्योतिष के अनुसार विभिन्न उपाय किए जाते हैं। पुत्र प्राप्ति के लिए वास्तु शास्त्र का भी सहारा लिया जाता है। इसके अतिरिक्त पुत्र प्राप्ति के लिए वात्सायन की पुस्तक भी अति उपयोगी है।
पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए इसके बारे में भी शास्त्रों में कुछ आवश्यक बातें बताई गई हैं। आइए जानते हैं-
पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए
वात्सायन ने अपने ग्रंथ में एक सुखद गृहस्थ जीवन पाने के लिए अनेक प्रकार के प्राकृतिक उपाय बताए हैं। पुत्र की प्राप्ति कैसे होती है, पुत्री की प्राप्ति कैसे होती है इन सभी बातों को वात्स्यायन ने भली-भांति स्पष्ट किया है।
पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए इसके विषय में वात्स्यायन बताते हैं कि पत्नी को पति के बाएं तरफ ही सोना चाहिए। जब भी पति पत्नी दोनों साथ में सोते हैं तो पत्नी को ध्यान रखना है कि वह पति के बाई तरफ सोये। पारस्परिक क्रिया करते वक्त भी पत्नी को कुछ समय पहले बाई तरफ सोना चाहिए। इससे पुत्र प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है।
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पुत्र प्राप्ति के लिए किसकी पूजा करनी चाहिए?
पुत्र की प्राप्ति के लिए विशेष रूप से भगवान शंकर एवं भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी होती है।
इस पुत्रदा एकादशी का जो भी भक्त व्रत रखता है एवं भगवान विष्णु की पूजा करता है। उसे निसंदेह पुत्र की प्राप्ति होती है। इसके अतिरिक्त भगवान शिव एवं पार्वती दोनों की एक साथ पूजा करने से भी पुत्र कामना फलित होती है।
पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा मंत्र जाप करना चाहिए
पुत्र प्राप्ति के लिए भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए पार्वती सहित भगवान शंकर की पूजा करने से शीघ्र ही पुत्र की प्राप्ति होती है। इसके अतिरिक्त भगवान विष्णु की पूजा करने से भी पुत्र प्राप्ति होती है। भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जप करने से पुत्र की प्राप्ति हो जाती है। पुत्र की प्राप्ति के लिए निम्न मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय
शिव पुराण के अनुसार पुत्र की प्राप्ति के लिए भगवान शंकर की शरण में जाना चाहिए मां गौरा सहित भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए। निश्चित ही पुत्र की प्राप्ति होती है।
शिव पुराण में पुत्र प्राप्ति के लिए एक अन्य बात भी कही गई है कि संतान गोपाल का मंत्र जाप करने से पुत्र की प्राप्ति होती है। इस संतान गोपाल मंत्र का शुभ मुहूर्त में सवा लाख जप करें एवं भगवान श्री कृष्ण बालमुकुंद की पूजा करें। इससे पुत्र की कामना शीघ्र पूर्ण होती है।
गरुड़ पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय
गरुड़ पुराण में भी पुत्र प्राप्ति के लिए विभिन्न प्रकार की बातें बताई गई हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार पत्नी को माहवारी के समय ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करना चाहिए।
पुत्र की कामना रखने वाले पति पत्नी को सोमवार बुधवार गुरुवार अथवा शुक्रवार को गर्भधारण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त गरुड़ पुराण में पुत्र प्राप्ति अथवा संतान प्राप्ति के लिए अन्य विभिन्न बातें बताई गई हैं।
पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा पेड़ लगाना चाहिए
हिंदू धर्म में पुत्र प्राप्ति के लिए घर में पलाश का पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। पीपल अश्वगंधा का पेड़ लगाने से भी पुत्र प्राप्ति की इच्छा पूर्ण होती है। ऐसा शास्त्रों में उल्लेख पाया जाता है। इसके अतिरिक्त नीम गुड़हल नागकेशर आदि के पेड़ भी पुत्र प्राप्ति अथवा संतान प्राप्ति के लिए शुभ माने जाते हैं।
पुत्र प्राप्ति के लिए नारियल का बीज कब खाना चाहिए
हिंदू धर्म में नारियल के बीज से विभिन्न प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती हैं। पुत्र प्राप्ति के लिए भी नारियल का बीज बेहद फायदेमंद बताया जाता है। सोमवार को भगवान शंकर की पूजा करते हुए शिवलिंग में नारियल का बीज अर्पित करना चाहिए एवं अगले दिन मंगलवार को सुबह इस नारियल के बीच को प्रसाद रूप में ग्रहण कर अपने घर ले आएं।
इस को पानी में भिगो दें एवं शाम को इस बीज को हनुमान जी का ध्यान लगाते हुए गाय के दूध के साथ में निहारते हुए खा लेना चाहिए। कोशिश करें कि इस नारियल के बीज को चबाकर ना खाएं बल्कि एक साथ निगल लें। माना जाता है कि इससे शीघ्र ही संतान की प्राप्ति अथवा पुत्र की प्राप्ति होती है।
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प्रिय पाठकों, आज किस आर्टिकल में पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए, शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय, गरुड़ पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय, पुत्र प्राप्ति के उपाय पुत्र प्राप्ति के लिए किसकी पूजा करनी चाहिए इत्यादि पुत्र प्राप्ति से जुड़ी विभिन्न बातें बताई गई हैं। यह सभी बातें शास्त्रों एवं धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं।
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