शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है- [भूल से भी न खाएं ये 05 चीजें] महाशिवरात्रि
भगवान शिव का अति प्रिय त्योहार एवं उनके भक्तों के लिए स्वर्णिम दिन माना जाता है शिवरात्रि का व्रत। भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए शिवरात्रि से बढ़कर कोई दूसरा व्रत नहीं है।
शिवरात्रि के व्रत के दिन भगवान शिव के भक्त तन-मन धन से प्रातः काल जल्दी उठकर दुग्ध जल दही शहद बिल्वपत्र भांग धतूरा आदि से भगवान शंकर की पूजा अर्चना करते हैं। इसी के साथ शिवरात्रि का व्रत भी रखते हैं।
अर्थात शिवरात्रि के दिन पूरा व्रत रखते हैं लेकिन आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में शिव के भक्त अथवा सभी लोग, जो भी शिवरात्रि का व्रत रखना चाहते हैं, उनको यह अच्छे से पता नहीं होता है कि शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है।
अर्थात शिवरात्रि के व्रत में क्या खा सकते हैं और क्या-क्या नहीं खा सकते हैं। इस बात की जानकारी होना बहुत ज्यादा आवश्यक है। अन्यथा भगवान शिव की कृपा दृष्टि से चूक भी हो सकते हैं।
अतः शिवरात्रि के व्रत के दिन उचित आहार ही करें। जो कि हम आपको यहां बताने जा रहे हैं। विभिन्न पुराणों एवं धर्म शास्त्रों के आधार पर शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है, शिवरात्रि व्रत में पथ्य एवं अपथ्य भोजन की जानकारी हम आपको प्रदान कर रहे हैं। यदि आप भी भगवान शिव के भक्त हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़िएगा। जय शिव शंकर की। जय माँ पार्वती की।
महाशिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता है
शिवरात्रि का व्रत सर्वश्रेष्ठ व्रत माना गया है। तीन प्रकार की रात्रि होती हैं- शिवरात्रि, कालरात्रि एवं मोहरात्रि। इन तीनों रात्रि में शिवरात्रि सर्वश्रेष्ठ मानी गई है।
भगवान शंकर और पार्वती की असीम कृपा प्राप्ति के लिए, अपने जीवन को धन-धान्य सुख समृद्धि आदि से प्रफुल्लित बनाने के लिए शिवरात्रि का व्रत किया जाता है।
इस व्रत को करने में कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना आवश्यक है। जिनमें से खानपान से लेकर के एवं पूजा अर्चना आदि के नियम अति आवश्यक है। शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है एवं शिवरात्रि के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए- इसकी जानकारी नीचे दी गई है।
शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है
शिवरात्रि के व्रत के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पूरा दिन व्रत रखा जाता है। व्रत रखने के दौरान यदि हल्की भूख महसूस हो तो हल्का आहार लिया जा सकता है। शिवरात्रि के व्रत में ऐसी कौन सी चीज है जिनको आप खा सकते हैं। इसकी सूची नीचे दी गई है। Shivratri Ke Vrat Mein Kya Khayen
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महाशिवरात्रि का व्रत सबसे उत्तम व्रत माना जाता है। इस दिन भगवान शिव विवाह पार्वती का विवाह भी हुआ था। फाल्गुन मास की शिवरात्रि सबसे श्रेष्ठ शिवरात्रि मानी गई है।
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अतः आने वाली इस शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की अच्छे ढंग से तन मन धन से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। शिवरात्रि के व्रत में उपरोक्त चीजों का आहार ले सकते हैं इसकी सूची भी नीचे दी गई है।
शिवरात्रि के व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए
ध्यान रहे, शिवरात्रि का व्रत सभी व्रतों में अति उत्तम व्रत माना गया है। अतः भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए इस व्रत में सभी नियमों का अच्छे ढंग से पालन करें। तभी भगवान शिव शंकर एवं उनकी अर्धांगिनी मां पार्वती की असीम कृपा होती है।
शिवरात्रि के व्रत में क्या खाया जाता है, यह तो आपने जान लिया लेकिन विशेष रूप से इस बात का ध्यान रखें कि किन-किन पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। उनकी सूची नीचे दी जा रही है।
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शिवरात्रि का व्रत कब खुलता है?
हमारे किसी पाठक ने यह सवाल पूछा है कि शिवरात्रि का व्रत कब खोला जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिवरात्रि का व्रत त्रयोदशी तिथि से शुरू किया जाता है और चतुर्दशी तिथि की रात को शिवरात्रि का व्रत खुलता है। अतः विधि विधान के अनुसार शिवरात्रि की रात को भगवान शिव का पूजन अर्चन करके इस व्रत का पारण करें।
- शिवरात्रि का व्रत कैसे खोलें?
महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाला व्यक्ति भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के बाद रात्रि को उनको यथाशक्ति प्रसन्न करें। भगवान शिव एवं गौरा का पंचोपचार पूजन करके उनकी आरती करें प्रसाद आदि मेवा लगाकर उसको सब में बांटे एवं शिवरात्रि का व्रत इस प्रकार खोलें।
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- शिवरात्रि के व्रत में केले खा सकते हैं क्या?
हमारे किसी प्रिय पाठक ने यह सवाल किया है कि क्या शिवरात्रि के व्रत में केला खाया जा सकता है। जी बिल्कुल, व्रत के दिन मैं यदि आपको हल्की सी भूख भी लगे तो फल में आप लगभग सभी उचित फल ले सकते हैं। इनमें अकेला भी लिया जा सकता है।
- शिवरात्रि के व्रत में क्या खाना चाहिए?
शिवरात्रि के व्रत में दिन में फलाहार जल जूस इत्यादि ले सकते हैं। चाय का पान अधिक बिल्कुल ना करें रात्रि को मीठा हलवा खीर इत्यादि प्रसाद बनाएं।
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