[PDF]• सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF अभी डाउनलोड करें | Sunderkand Pdf In Hindi • 2022
क्या आप भी हनुमान जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, सभी प्रकार के दोषों को दूर करना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह सही पेज पर पहुंचे हैं। जै जै जै बजरंगबली 🚩🚩
जी हां, यहाँ सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF हम आपको प्रदान कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि सभी प्रकार की बाधाओं की शांति के लिए सुंदरकांड का पाठ करना बेहद फलदायक माना जाता है।
भगवान हनुमान का अति प्रिय स्तोत्र सुंदरकांड के रूप में अति प्रसिद्ध है। सुंदरकांड पाठ करने से भूत बाधा, प्रेत बाधा, मानसिक अशांति, गृह क्लेश, शादी में रुकावट, शनि दोष एवं जीवन की सभी प्रकार की समस्याओं का अंत हो जाता है।
यदि आप भी भगवान हनुमान के भक्त हैं और सुंदरकांड का पाठ करना चाहते हैं तो हम आपको सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF प्रदान कर रहे हैं। सुंदरकांड पाठ हिंदी में पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए एवं सुंदरकांड से जुड़ी कुछ रहस्यमई बातों को जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF File
सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF फाइल | |
पुस्तक/ PDF का नाम- | सुन्दरकांड पाठ PDF (Sunderkand) |
पुस्तक PDF प्रकार- | धार्मिक व आध्यात्मिक |
फाइल प्रकार- | PDF Format |
फाइल साइज- | 209 KB |
सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF Download
प्यारे मित्रों, यदि आप हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं और सुंदरकांड का पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF डाउनलोड लिंक दिया गया है।
गीता प्रेस के द्वारा प्रकाशित सरल व शुद्ध भाषा में सुंदरकांड उपलब्ध है जिसे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। Sunderkand PDF In Hindi अर्थात् सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF डाउनलोड करने से पहले सुंदरकांड से जुड़ी कुछ रहस्यमई बातों को अवश्य पढ़ लीजिए।
सुंदरकांड पाठ करना- क्यों विशेष फलदायक
प्रिय पाठकों, सुंदरकांड पाठ करने से पहले आपके मन में भी अक्सर यह सवाल जरूर होगा कि यह सुंदरकांड पाठ करना क्यों इतना ज्यादा फलदायक माना जाता है।
यदि आप हनुमान जी के पक्के व सच्चे भक्त हैं तब तो आपको इसमें कोई भी शंका एवं जिज्ञासा नहीं होगी लेकिन यदि आपके मन में यह सवाल है कि सुंदरकांड का पाठ क्यों शीघ्र फलदायक माना जाता है तो हमको विस्तार से बता रहे हैं।
सुंदरकांड रामचरितमानस का एक विशेष कांड या अध्याय है। यह सुंदरकांड पूर्ण रूप से भगवान हनुमान को समर्पित है। संपूर्ण सुंदरकांड में भगवान हनुमान जी की अद्भुत लीलाओं का वर्णन एवं बजरंगबली हनुमान जी की स्तुति की गई है।
भगवान हनुमान को एकादश रुद्र अवतार के रूप में भी जाना जाता है। अतः हनुमान जी सभी की मनोकामना को पूर्ण करने वाले माने जाते हैं।
यही कारण है कि सुंदरकांड का पाठ करना विशेष फलदायक माना गया है। प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करने से सभी प्रकार की बाधाओं का नाश होता है एवं धन, सुख संपत्ति, ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति होती है।
सुंदरकांड पाठ कब करना चाहिए
विशेष मनोरथ की सिद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ मंगलवार एवं शनिवार को करना चाहिए। इसके अतिरिक्त अमावस्या एवं पूर्णिमा के दिन सुंदरकांड का पाठ करना बेहद आश्चर्यजनक फलदायक माना जाता है।
रामनवमी, हनुमान जयंती आदि विशेष त्योहारों पर भी सुंदरकांड का पाठ अवश्य करना चाहिए। मंगलवार व शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करने से जन्म कुंडली के सभी दोषों का शमन होता है। भगवान हनुमान जी की अनंत कृपा बरसती है।
सुंदरकांड पाठ के लाभ
सुंदरकांड पाठ करने से अनंत लाभ मिलते हैं। जैसे कि हमने पहले ही बताया कि सभी प्रकार के दोषों की शांति होती है। भूत बाधा, प्रेत बाधा, डर, रोग इत्यादि शीघ्र ही दूर हो जाते हैं।
सुंदरकांड पाठ करने से व्यक्ति निर्भय हो जाता है। विशेष बात तो यह है कि सुंदरकांड पाठ के साथ में हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत आश्चर्यजनक माना गया है।
यदि कोई व्यक्ति सुंदरकांड पाठ के साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी करता है तो इस का गुप्त रहस्य बहुत ही हैरान कर देने वाला है। तीन-चार दिन में ही आपको इसके आश्चर्यजनक लाभ देखने को मिलेंगे।
यदि आप हनुमान चालीसा के रहस्यों को जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें- हनुमान चालीसा। अतः सुंदरकांड पाठ के साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी अवश्य करें।
सुंदरकांड का अर्थ क्या है
प्रिय पाठकों, हमें पता है कि आपको कहीं इस बात की चिंता न हो कि सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF डाउनलोड लिंक कहां है। आपको बता दें कि सुंदरकांड पाठ पीडीएफ लिंक नीचे दिया गया है।
डाउनलोड करने से पहले सुंदरकांड की कुछ विशेष बातें जान लें। सुंदरकांड का अर्थ होता है- सुंदर है जो कांड। अर्थात सबसे सुंदर अध्याय रामचरितमानस का सुंदरकांड ही माना गया है।
सुंदरकांड का पाठ कितने बजे करना चाहिए
यदि आप सुंदरकांड का पाठ अकेला करते हैं तो प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में 4:00 से 6:00 के बीच सुंदरकांड का पाठ करना विशेष मनोरथ को पूर्ण करने वाला होता है। सुंदरकांड का पाठ शाम के समय करना भी विशेष फलदायक माना जाता है। शाम को संगीतमय सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।
सुंदरकांड में कितनी चौपाई हैं
संपूर्ण सुंदरकांड में 58 चौपाई हैं। इसके अतिरिक्त सुंदरकांड में 3 संस्कृत श्लोक एवं 60 दोहे भी हैं।
सुंदरकांड में कितने छंद हैं
संपूर्ण सुंदरकांड में केवल दो ही छंदों का प्रयोग किया गया है। इन छंदों का प्रयोग संगीत के साथ एवं लय के साथ करने से अत्यंत ही आनंद आता है।
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सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF अभी डाउनलोड करें
प्रिय पाठकों, सुंदरकांड के बारे में बहुत सारी बातें आपने जान ली है। अब आपको सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF (Sunderkand PDF In Hindi) लिंक दिया गया है।
इसे आप आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं और घर पर ही आसानी से सुंदरकांड पाठ करके भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
सुंदरकांड पाठ हिंदी में PDF Download Now
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