महाभारत में कितने श्लोक हैं | Mahabharat Mein Kitne Shlok Hain 🤔
हिंदू धर्म का महान ऐतिहासिक ग्रंथ महाभारत ही है। महाभारत भगवान वेद व्यास द्वारा लिखा गया। कहा जाता है कि महाभारत की रचना का कार्य केवल वेद व्यास ने ही नहीं किया है अपितु वैशम्पायन, सौति व भगवान गणेश ने भी महाभारत की रचना में बड़ा योगदान दिया।
प्रिय पाठकों,😍 क्या आप जानते हैं कि सम्पूर्ण महाभारत में कितने श्लोक हैं? वास्तव में जब महाभारत ग्रंथ की बात की जाती है तो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए कि महाभारत की रचना की पृष्ठभूमि में तीन विद्वानों का योगदान है।
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अतः महाभारत में श्लोक संख्या कितनी है- यह भी तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है। अधूरा ज्ञान घातक होता है (अधजल गगरी छलकत जाय) अतः महाभारत के बारें में पूरी वास्तविक बातें आपको पता होनी चाहिए। तो आइये, जानते हैं महाभारत की श्लोकसंख्या के बारें में।
वर्तमान महाभारत में कितने श्लोक हैं? Mahabharat Mein Kitne Shlok Hain
कहा जाता है कि भगवान वेदव्यास ने महाभारत की रचना बद्रीभूमि उत्तराखण्ड में की थी। जब महाभारत को अन्तिम रूप दिया गया तो इसमें एक लाख श्लोक हुए लेकिन इससे पहले की कुछ रोचक बातें भी आपको जरूर जाननी चाहिए।
महाभारत में कुल श्लोक व अध्याय (पर्व)
- सम्पूर्ण महाभारत में कुल 1,00000 (एक लाख) श्लोक हैं।
- महाभारत एक ऐतिहासिक महाकाव्य है।
- महाभारत का विभाजन पर्वों में किया गया।
- महाभारत में कुल 18 पर्व या अध्याय हैं।
- सरल शब्दों में महाभारत के पर्वों को अध्याय अथवा सर्ग भी कह सकते हैं।
- महाभारत को लक्षसंहिता व शतसाहस्त्रीसंहिता भी क जाता है।
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इस प्रकार लोक में अक्सर यह बात प्रसिद्ध है कि महाभारत में एक लाख श्लोक हैं। इसी कारण महाभारत को लक्षसंहिता अथवा शतसाहस्त्रीसंहिता भी कहा जाता है।
यंहा ध्यातव्य यह है कि वेदव्यास द्वारा जो महाभारत ग्रन्थ लिखा गया, उसके दो भाग और थे या यूं कहें कि पूर्व में लिखे गये महाभारत के मूल ग्रंथों को विस्तृत किया और महाभारत का रूप दे दिया।
यंहा जानने योग्य बात यह है कि महाभारत के पूर्व वाले ग्रंथ किसने लिखे और उनकी क्या सच्चाई है? महाभारत का पुराना नाम क्या है? महाभारत का दूसरा नाम क्या है? आदि-आदि। तो आइये, जानते हैं- महाभारत की कहानी पूर्वपीठिका
महाभारत का पुराना नाम (Mahabharat Ka Dusra Naam Kya Hai)
जैंसा कि उपरोक्त बातों से हमने स्पष्ट किया कि महाभारत ग्रंथ के तीन भाग थे। अर्थात वर्तमान महाभारत से पूर्व भी दो ग्रंथ लिखे गए थे जिनको कि महाभारत का पुराना नाम भी कह सकते हैं (Mahabharat Ka Purana Naam Kya Hain) या महाभारत का दूसरा नाम- इस रूप में भी जान सकते हैं।
महाभारत का सबसे पुराना नाम जय संहिता था इसके बाद महाभारत का दूसरा नाम भारत था। अंत में इन दोनों को मिलाकर के महाभारत का रूप बना।
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महाभारत के तीन भाग (Mahabharat Mein)
वर्तमान में पूरी दुनिया में जो महाभारत ग्रंथ इतना प्रसिद्ध है। शायद ही लोगों को इसके बारें में पता हो कि महाभारत से पहले भी दो जय व भारत ग्रंथ लिखे गये थे जिनसे कि सम्पूर्ण महाभारत की रचना हुई। महाभारत के तीन भाग निम्नलिखित हैं।
महाभारत के तीन भाग (तीन नाम) |
महाभारत का पहला भाग- जय संहिता |
महाभारत का दूसरा भाग- भारत |
महाभारत का अन्तिम भाग- महाभारत |
इस प्रकार उपरोक्त महाभारत के तीन भाग थे लेकिन वर्तमान में महाभारत का अन्तिम रूप महाभारत ही सर्वप्रसिद्ध है। तो आइये, अब इन तीनों भागों की श्लोकसंख्या व रचयिता के बारें में जानते हैं।
महाभारत के तीन भाग- परिचय, श्लोकसंख्या
महाभारत के तीन भाग
महाभारत के तीन भाग- श्लोक संख्या |
भाग 1 - जयसंहिता 8,800 श्लोक |
भाग 2 - भारत 24,000 श्लोक |
भाग 3 - महाभारत 1,00000 श्लोक |
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इस प्रकार महाभारत को अन्तिम रुप देने में तीन लेखकों- वेदव्यास, वैशम्पायन, सौति की भूमिका रही है। सबसे पहले जय नामक ग्रंथ लिखा गया जिसमें कि 8,800 श्लोक थे।
जय नामक ग्रंथ में कौरवों पर पांडवों की विजय की कथा का वर्णन होने से इसका नाम जयसंहिता रखा गया। इसका श्रेय भगवान वेदव्यास जी को जाता है।
इसके बाद उसी जय नामक ग्रन्थ को वैशम्पायन आचार्य ने 24,000 श्लोक के साथ बडा रूप दे दिया और इसका नाम भारत रखा गया।
अन्त में नैमिषारण्य तीर्थ में महर्षि सौति नामक ऋषि ने दोनों को मिलाकर कुछ और श्लोक जोड़कर इसका प्रवचन किया और महाभारत का रूप दे दिया। इस प्रकार सम्पूर्ण महाभारत में 1,00000 (एक लाख) श्लोक हुए।
महाभारत का पहला श्लोक
महाभारत जो कि इतना प्रसिद्ध महाकाव्य है लेकिन क्या आपको पता है कि महाभारत का पहला श्लोक कौन सा है? पता होना चाहिए!
शायद हो सकता है आपने महाभारत का पहला श्लोक किसी के मुख से जरूर सुना हूं लेकिन आपको यह पता न हो कि आखिर वह श्लोक कौन सा है। तो आइए जानते हैं महाभारत का पहला श्लोक-
नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम्।
देवीं सरस्वतीं व्यासं ततो जयमुदीरयेत्।।
यह महाभारत का पहला श्लोक है या यूं कहें कि यह एक मंगल पद्य है जिसमें कि भगवान नारायण की स्तुति की गई है। इस लोक में अनुष्टुप छंद है।
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महाभारत में कितने पर्व हैं 🤔
महाभारत में कुल कितने पर्व है- यह प्रश्न भी अक्सर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पूछा जाता है। परीक्षा में न भी पूछा जाए तो अपने ज्ञान के लिए यह जानना बहुत आवश्यक है कि महाभारत में कुल कितने पर्व हैं या कितने अध्याय हैं?
महाभारत एक ऐतिहासिक महाकाव्य है। महाकाव्य वस्तुतः सर्गों में विभक्त किया जाता है लेकिन महाभारत बहुत ही प्राचीन महाकाव्य है जो कि कुल 18 पर्व में विभाजित किया गया। पर्व को ही अध्याय के रूप में भी जाना जा सकता है अथवा सर्ग के नाम से भी संबोधित कर सकते हैं।
महाभारत की श्लोकसंख्या से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- महाभारत के शान्ति पर्व में सबसे ज्यादा श्लोक हैं। श्लोक संख्या - 14,000
- महाभारत के महाप्रस्थानिक पर्व में सबसे कम (115) श्लोक हैं।
- महाभारत के अन्तिम स्वर्गारोहण पर्व को भारतसावित्री भी कहा जाता है।
महाभारत में मरने वालों की संख्या
महाभारत में कितने लोग मारे गये- अक्सर यह सवाल हर किसी के मन में रहता है।
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि महाभारत के स्त्री पर्व में स्वय युधिष्ठिर धृतराष्ट्र को महाभारत में मरने वाले योद्धाओं की संख्या हैं। महाभारत में मरने वालों की संख्या- 1 अरब, 66 करोड़ 20 हजार है। इतनी ज्यादा संख्या में वीर सैनिक मारे गये।
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महाभारत में कितने श्लोक हैं? - निष्कर्ष
प्रिय पाठकों, हमें आशा है कि महाभारत में कितने श्लोक हैं (Mahabharat Mein Kitne Shlok Hai) आज के इस लेख में महाभारत से सम्बंधित बताई गयी रोचक बातें आपको जरूर पसंद आयी होंगी।
आपने आज जरूर नया कुछ सीखा होगा। हमें अपनी प्रतिक्रिया अथवा अपना प्रश्न नीचे कमेंट बाॅक्स के माध्यम से भेज सकते हैं। SanskritExam. Com की तरफ से आपका तहदिल से धन्यवाद।
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3 Comments
Very deep and precise knowledge points are given thank you
ReplyDeleteमहाभारत को सम्पूर्ण पढ पाना असंभव है लेकिन आपके लेख को पढकर महाभारत से संबंधित विशेष जानकारी जो हम कम समय मे अध्ययन कर सकते है।
ReplyDeleteMahabharat ko apne bohut ache tara se samjhaya hai .. thank you
ReplyDeleteआपको यह लेख (पोस्ट) कैंसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएँ। SanskritExam. Com वेबसाइट शीघ्र ही आपके कमेंट का जवाब देगी। ❤