Arthshastra Ke Lekhak Kaun Hai | अर्थशास्त्र के लेखक कौन है 🤔
प्यारे पाठकों,😍 अर्थशास्त्र का नाम तो आप सभी नर जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं यह अर्थशास्त्र किसने लिखा। अर्थशास्त्र के लेखक कौन हैं? Arthshastra Ke Lekhak Kaun Hai अर्थशास्त्र के लेखक का वास्तविक नाम क्या है? अर्थशास्त्र कब लिखा गया? अर्थशास्त्र से जुड़ी कुछ रहस्यमयी बातें।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं- अर्थशास्त्र की रोचक बातें एवं अर्थशास्त्र के लेखक के बारें में। सबसे पहले आपके मन में यह सवाल हो सकता है कि अर्थशास्त्र क्या होता है? अर्थशास्त्र क्या है। तो आइये, जानते हैं शुरु से आखिरी तक।
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अर्थशास्त्र क्या है? Arthshastra Kya Hota Hai
अर्थशास्त्र के लेखक को जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि अर्थशास्त्र क्या होता है। हिंदू धर्म में चार पुरुषार्थ कहे गये हैं- धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष।
इन चारों पुरुषार्थों पर हिंदू धर्म में अनेकानेक ग्रंथ मौजूद हैं। धर्म पर धर्मशास्त्र, अर्थ पर अर्थशास्त्र, काम पर काम शास्त्र, मोक्ष पर मोक्ष शास्त्र। अर्थ सम्बंधित विषयों पर लिखे जाने वाले ग्रंथ को अर्थशास्त्र कहा जाता है।
अर्थ का अभिप्राय केवल धन सम्पत्ति से ही नहीं है बल्कि पृथिवी का सही ढंग से पालन पोषण कैंसे किया जाए, राजा प्रजा की रक्षा कैंसे करें आदि विषयों को भी अर्थशास्त्र के अन्तर्गत बताया जाता है।
प्राचीन हिंदू धर्म में इन सभी विषयों को ध्यान में रखकर अर्थशास्त्र ग्रंथ लिखा गया। तो आइये, अब जानते हैं कि अर्थशास्त्र के रचयिता/लेखक कौन थे? Arthshastra Ke Lekhak Kaun Hai
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Arthshastra Ke Lekhak Kaun Hai- अर्थशास्त्र के लेखक कौन है? 🤔
जब हम अर्थशास्त्र के लेखक की बात करते हैं तो राजनीति विद्या के धुरन्धर, श्रेष्ठ ब्राह्मण- आचार्य चाणक्य का स्मरण जरुर होता है। जी हाँ, अर्थशास्त्र के लेखक आचार्य चाणक्य ही हैं।
चाणक्य को ही कौटिल्य भी कहा जाता है। चाणक्य का अर्थशास्त्र पूरे विश्व में बहुत प्रसिद्ध है। अर्थशास्त्र के लेखक व अर्थशास्त्र के बारें में रोचक तथ्य नीचे तालिका में देखें।
अर्थशास्त्र के लेखक - Arthashastra Ke Lekhak | कौटिल्य (चाणक्य) Kautilya (Chanakya) |
अर्थशास्त्र का परिचय (Arthshastra Ka Parichay)
अर्थशास्त्र कौटिल्य अर्थात् चाणक्य के द्वारा लिखा गया है। यद्यपि कहा जाता है कि विभिन्न विद्वानों ने अलग-अलग अर्थशास्त्र ग्रंथ लिखे तथापि उन सभी ग्रंथों का सार भूत होने से वर्तमान में कौटिल्य का अर्थशास्त्र ही लोक प्रसिद्ध व लोक प्रचलित है।
चाणक्य के अर्थशास्त्र को अधिकरणों में विभाजित किया गया है। इसमें कुल 15 अधिकरण हैं। 150 अध्याय, 180 प्रकरण तथा कुल 6,000 श्लोक (सूत्र) हैं।
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अर्थशास्त्र के लेखक का सामान्य परिचय
अर्थशास्त्र के लेखक चाणक्य (कौटिल्य) एक श्रेष्ठ ब्राह्मण थे। चाणक्य का जन्म तक्षशिला (पाकिस्तान) में हुआ था। कहा जाता है कि चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। चाणक्य की मृत्यु पटना (बिहार) में हुई थी। आइये,जानते हैं- Arthshastra Ke Lekhak Ka Time Period
अर्थशास्त्र के लेखक | कौटिल्य (चाणक्य) |
कौटिल्य का समय | 300 ई.पू. लगभग |
जन्मस्थान | तक्षशिला (पाकिस्तान) |
मृत्युस्थान | पटना (बिहार) |
कौटिल्य के अन्य नाम | विष्णुगुप्त, चाणक्य |
चन्द्रगुप्त मौर्य के | महामंत्री |
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अर्थशास्त्र के लेखक- चाणक्य का समय
आचार्य चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री कहे जाते हैं। अतः इस आधार पर चाणक्य का समय 300 ईसा पूर्व का माना जाता है। आचार्य चाणक्य तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य भी थे। चाणक्य को कौटिल्य, विष्णुगुप्त आदि नामो से भी जाना जाता है।
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2 Comments
grate
ReplyDeleteKoutilya .. sabse ache guru hain ..apne Arthsahastra ko ache se likha hai
ReplyDeleteआपको यह लेख (पोस्ट) कैंसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएँ। SanskritExam. Com वेबसाइट शीघ्र ही आपके कमेंट का जवाब देगी। ❤