इस लेख में
- UGC NET YOGA MOCK TEST
- UGC NET SANSKRIT YOGA
- YOGDARSHAN NOTES
- YOGDARSHAN KYA H
- योगदर्शन का परिचय
UGC NET YOGA MOCK TEST
UGC NET SANSKRIT & YOGA
प्यारे मित्रों, योग दर्शन सभी दर्शनों में सर्वश्रेष्ठ दर्शन है। विश्व में आज भी योग की अत्यंत प्रासंगिकता है। योग दर्शन से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रश्न विभिन्न परीक्षा में पूछे जाते हैं। राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा UGC NET SANSKRIT तथा UGC NET YOGA एवं IAS जैसी परीक्षाओं में योग दर्शन से बहुत प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां योग दर्शन से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की जा रही है। योग दर्शन के निम्न प्रश्न आप सभी की परीक्षा में बहुत ही सहायक होंगे। आप सभी इस प्रश्नोत्तरी की माध्यम से अपना आकलन करें एवं नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमको अपने प्राप्तांक बताएं।
आज का विषय - योग दर्शन UGC NET
तो मित्रों! कितने प्रश्न सही किये आपने!!! कमेंट कीजिये!
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YOGDARSHAN NOTES/ YOGDARSHAN KYA H
योगदर्शन का परिचय
प्यारे मित्रों, क्या आप जानते हैं- योग दर्शन की रचयिता कौन है? आखिर इतना प्रसिद्ध योग दर्शन इस संसार में इसके द्वारा बचा गया है? तो आइए विभिन्न परीक्षाओं के दृष्टिकोण से यहां योग दर्शन का सामान्य परिचय दिया जा रहा है, जो कि विभिन्न संस्कृत परीक्षाओं के लिए अथवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
।। योग दर्शन ।।
योगदर्शन का परिचय ➡ भारतीय आस्तिक दर्शनों में योग दर्शन का अपना एक विशिष्ट स्थान है। योग दर्शन अपने आप में एक ईश्वर को स्वीकार करने वाला दर्शन है। अतः योग दर्शन को आस्तिक दर्शन के रूप में जाना जाता है योग दर्शन के रचयिता महर्षि पतंजलि माने जाते हैं यद्यपि कहां जाता है कि सर्वप्रथम सृष्टि में योग दर्शन भगवान शंकर ने अपनी प्रेयसी पार्वती को बताया था तथा भी रचना की दृष्टि से योग दर्शन के रचयिता पतंजलि ही माने जाते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
- दर्शन ➡ योग दर्शन
- प्रवर्तक ➡ महर्षि पतंजलि
- प्रकार ➡ आस्तिक दर्शन
- विभाग ➡ पादों में
- पाद संख्या ➡ चार (४)
- टीका ➡ तत्ववैशारदी
- टीका ➡ राजमार्तण्ड
- प्रमाण ➡ तीन (३)
- तत्व ➡ 26
प्यारे पाठकों, उपरोक्त महत्वपूर्ण तथ्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। जैंसे कि आपने ऊपर देखा कि योग दर्शन में कुल 4 पाद है किस पाद में किस विषय का वर्णन है यह भी जानने योग्य है तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। यूजीसी नेट संस्कृत की परीक्षा में इस प्रकार के विभिन्न प्रश्न पूछे जाते हैं तो आइए जानते हैं योग दर्शन के पादों के वर्ण्य विषय के बारे में-
- प्रथम पाद ➡ योगस्वरूप वर्णन।
- द्वितीय पाद ➡ क्रियायोग , उसके यमादि साधन।
- तृतीय पाद ➡ ध्यानधारणासमाधि संयमादि।
- चतुर्थ पाद ➡ कैवल्य वर्णन।
योग दर्शन टीकाएँ
- तत्ववैशारदी ➡ वाचस्पति मिश्र
- राजमार्तणदड ➡ भोजराज
- योगवार्तिकम् ➡ विज्ञान भिक्षु
- मणिप्रभा ➡ श्रीरामानन्द
- योगसूत्रवृत्ति ➡ नागेश
- चन्द्रिका ➡ अनन्तदेव
योगदर्शन - निष्कर्ष
प्यारे पाठकों, इस प्रकार योग दर्शन का सामान्य परिचय हमने यहां प्रस्तुत किया और हमें उम्मीद है कि आप योग दर्शन के विषय में बहुत कुछ जान चुके होंगे और उपर्युक्त प्रश्नोत्तरी मॉक टेस्ट के द्वारा आपने अपना आकलन जरूर किया होगा। हमें अपने प्राप्तांक जरूर बताएं और योग दर्शन से संबंधित अथवा UGC NET SANSKRIT से संबंधित विभिन्न सामग्री के लिए हमारी इस वेबसाइट के मेनू बार में जा सकते हैं और विभिन्न सामग्री नोट्स आदि फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।
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धन्यवादः!!!!!!! यह पोस्ट आपको कैंसी लगी!!?
3 Comments
👌👌👌👌
ReplyDeleteअत्युत्तम 👌
ReplyDeleteधन्यवादः भवते हार्दः ।
Deleteआपको यह लेख (पोस्ट) कैंसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएँ। SanskritExam. Com वेबसाइट शीघ्र ही आपके कमेंट का जवाब देगी। ❤